RAHUL BANSAL

कुञ्छ वर्ष पूर्व तक फोटोग्राफी में करियर बनाने केञ् लिए किसी विशेष कोर्स की जरूञ्रत नहीं थी, लेकिन लगातार बढ़ते कंञ्पीटिशन और ग्लैमर केञ् चलते इसे एक पाठ्यक्रञ्म का रूञ्प दे दिया गया है, जो एक प्रोड्डेञ्शनल बनने केञ् लिए जरूञ्री सा बन गया है. इस फील्ड में करियर बनाने केञ् लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता क्ख्वीं है. यानी क्ख्वीं केञ् बाद आप सर्टिफिकेञ्ट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स कर करियर बना सकते हैं. इसकी अवधि छह महीने से लेकर तीन साल तक है. अब मास्टर्स इन फोटोग्राफी और कुञ्छ स्पेशलाइज्ड कोर्स भी शुरूञ् हो गए हैं जो किसी भी विषय से स्नातक हैं, वे ही इनमें दाखिला ले सकते हैं.
प्रेस फोटोग्राफर
फोटो हमेशा प्रेस केञ् लिए अचूक हथियार रही है. प्रेस फोटोग्राफर को फोटो जर्नलिस्ट केञ् नाम से भी जाना जाता है. प्रेस फोटोग्राफर लोकल व राष्ट्रीय स्तर केञ् समाचार पत्रों, चैनलों और विभिन्न एजेंसियों केञ् लिए फोटो खींचते हैं. इनका क्षेत्र विविध होता है. इनका दिमाग भी पत्रकार की तरह ही चौकन्ना होता है. कम समय में अधिक से अधिक तस्वीरें कैञ्द करना इनकी काबिलियत होती है. एक सफल प्रेस फोटोग्राफर बनने केञ् लिए आपको खबर की अच्छी समझ, फोटो शीर्षक लिखने की कला आनी चाहिए. किसी कहानी को तस्वीरों केञ् माध्यम से अभिव्यタत करना फीचर फोटोग्राफी होती है. इस क्षेत्र में फोटोग्राफर को विषय केञ् बारे में पूर्ण ज्ञान होना चाहिए. फीचर फोटोग्राफी में फोटोग्राफर तस्वीरों केञ् माध्यम से विषय की पूरी कहानी बताता है. इनका काम और विषय बदलते रहते हैं.
कमर्शियल फोटोग्राफरः
इनका कार्य है कंञ्पनी की विवरणिका रिपोट्र्स व विज्ञापन आदि केञ् लिए तस्वीरें खींचना. कमर्शियल फोटोग्राफर किसी फर्म या कंञ्पनी केञ् लिए स्थायी रूञ्प में काम करते हैं. इनका मुチय उद्देश्य बाजार में कंञ्पनी केञ् उत्पाद व उसकी सेवाओं को बेहतर दिखाना होता है.
वेडिंग फोटोग्राफरः
ये स्टूडियो में काम करते हैं या फिर खुद का स्टूडियो खोलकर अपना करियर संवारते हैं. ये समूह और व्यタति विशेष का फोटो लेने में पारंगत होते हैं. किसी व्यタति का पोट्रेट बनाने से लेकर शादी, बर्थलृडे पार्टी, किटी पार्टी केञ् फोटो तैयार करते हैं.
ड्डैञ्शन फोटोग्राफरः
देश में ड्डैञ्शन फोटोग्राफी का करियर तेजी से उभर रहा है. क्रिञ्एटिविटी और आमदनी, दोनों केञ् लिहाज से यह क्षेत्र बेहतर है. आज मेट्रो शहरों और महानगरों में ही नहीं, बल्कि छोटेलृछोटे शहरों, कस्बों तक में ड्डैञ्शन फोटोग्राफर की डिमांड भी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. ड्डैञ्शन फोटोग्राफर ड्डैञ्शन हाउस, डिजाइनर, ड्डैञ्शन जर्नल, कैञ्लेंडर, समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं केञ् लिए काम करते हैं. डबू रतनानी और अतुल कास्बेकर का कद आज बतौर ड्डैञ्शन फोटोग्राफर काफी बड़ा है.
फाइन आट्र्स फोटोग्राफरः
इनका काम काफी संजीदा और कठिन होता है. फाइन आट्र्स फोटोग्राफर बनने केञ् लिए जरूञ्री है कि आपमें आर्टिस्टिक व क्रिञ्एटिव क्षमता हो. इनकी तस्वीर फाइन आर्ट पीस केञ् रूञ्प में बिकती है.
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफरः
यह जानवरों, पक्षियों, जीव जंतुओं और लैंडस्केञ्प की तस्वीरें लेते हैं. ज्यादातर कैञ्लेंडर, कवर, रिसर्च आदि केञ् लिए काम करते हैं. वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी ऐसा फील्ड है, जहां एक तरफ तो जंगल का रोमांच है, दूसरी तरफ खतरे भी कम नहीं हैं. वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी में अगर शोहरत है तो जोखिम भी कम नहीं हैं. अタसर जानवर कैञ्मरा देखते ही अटैक कर देता है. इसमें करियर बनाने केञ् लिए वाइल्डलाइफ केञ् नियमों की जानकारी होना भी जरूञ्री है. पर इससे भी जरूञ्री है क्रिञ्एटिविटी.
फोरेंसिक फोटोग्राफरः
किसी क्रञइम की पड़ताल करने केञ् लिए घटनास्थल की हर एंगल से तस्वीरों की आवश्यकता होती है. इनकी मदद से पुलिस जांच करती है. ऐसे फोटोग्राफरों को फोरेंसिक फोटोग्राफर कहा जाता है
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