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Saturday, 26 February 2011

पहले पढ़ाई खर्चा बाद में

जब से टेタनिकल कोर्सेज की ओर छात्रों का रुझान बढ़ा, रोजगार की संभावनाएं बढ़ीं, तब से बैंकों ने भी इस ओर ध्यान देना शुरूञ् किया और शुरूञ् हुआ एजुकेञ्शन लोन का सिलसिला. एजुकेञ्शन लोन पहले प्रोड्डेञ्शनल कोर्स केञ् लिए मिलता था लेकिन अब स्नातक तथा स्नातकोार स्तर केञ् लिए भी मिलने लगा है.
अच्छी उच्च शिक्षा हासिल करने में जितना महत्व छात्र की योग्यता और परिश्रम का है, उतना ही महत्व पैसे का भी है. आज देश में पढ़ेलृलिखे युवाओं की कमी नहीं है. इसका एक खास कारण छात्रों को मिलने वाली आर्थिक सहायता भी है. एक समय था, जब पैसे केञ् अभाव में पढ़ाई की チवाहिश महज एक सपना बनकर रह जाती थी. यही वजह थी कि अनेक होनहार विद्यार्थी उच्च शिक्षा हासिल नहीं कर पाते थे.
लेकिन पिछले एक दशक में हालात काफी बदल गए हैं. जब से टेタनिकल कोर्सेज की ओर छात्रों का रुझान बढ़ा, रोजगार की संभावनाएं बढ़ीं, तब से बैंकों ने भी इस ओर ध्यान देना शुरूञ् किया और शुरूञ् हुआ शिक्षा ऋञ्ण यानी एजुकेञ्शनल लोन का सिलसिला. यह एजुकेञ्शन लोन पहले प्रोड्डेञ्शनल और बाद में स्नातक व स्नातकोार स्तर केञ् लिए भी मिलने लगा. भारत में आरबीआई ने इसकी शुरूञ्आत अन्य सरकारी बैंकों को अनुमति देकर की. आजकल सरकारी बैंकों केञ् अलावा कुञ्छ प्राइवेट बैंक और फाइनेंस कंञ्पनियां भी एजुकेञ्शन लोन मुहैया करवाती हैं. कुञ्छ साल पहले एजुकेञ्शन लोन की डिमांड खास नहीं थी, परंतु रिजर्व बैंक की 2008-09 की मौद्रिक एवं ऋञ्ण नीति की घोषणा केञ् बाद इसमें बढ़ोतरी हुई. बैंक ऑफ बड़ौदा केञ् एडवांस डिपार्टमेंट के अधिकारी रामकृञ्ष्ण राम कहते हैं आजकल प्राइवेट इंस्टीच्यूट और प्रोड्डेञ्शनल कोर्सेज की फीस बहुत ज्यादा है. ऐसे में जो युवा स्टूडेंट योग्य हैं, मगर मोटी फीस भरने में असमर्थ हैं, उनकेञ् लिए पढ़ाई का एक खास जरिया है एजुकेञ्शन लोन. एजुकेञ्शन लोन कम याज दर केञ् अलावा आसानी से चुकता भी हो जाता है, タयोंकि इसकी रिकवरी पढ़ाई के काफी बाद या जॉब लगने केञ् बाद शुरू की जाती है. आज देश में लगभग 35 से 38 फीसदी विद्यार्थी इस योजना का लाभ उठा रहे हैं, जिनमें करीब 80 फीसदी प्रोड्डेञ्शनल कोर्स करने लगे हैं.
यदि आप भी अच्छे स्तर की शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, मगर पैसे के अभाव में अपने इस प्लान को आधार नहीं दे पा रहे हैं तो आप भी एजुकेञ्शन लोन ले सकते हैं.
जानिए कैञ्से?
पात्रताः एजुकेशन लोन के लिए पात्रता निम्र प्रकार हैः
-प्रार्थी भारत का नागरिक हो.
-प्रार्थी की आयु अधिकतम 35वर्ष के आसपास हो.
-प्रार्थी का एडमिशन सरकारी या सरकार से मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान में हुआ हो अथवा होने की प्रक्रिया में हो.
-प्रार्थी केवल प्रोफेशनल अथवा स्नातक या स्नातकाोर स्तर के लिए ही लोन ले सकता है.
-केवल रेगुलर शिक्षा के लिए ही ऋण उपलध है.
आवश्यक दस्तावेजः
एजुकेशन लोन लेने के लिए आपके पास निनलिखित दस्तावेज मौजूद होने चाहिएः
-पूर्व शिक्षा के समस्त प्रमाणपत्र या अंक तालिकाएं.
-जिस कॉलेज या इंस्टीच्यूट में प्रवेश ले रहे हैं या ले लिया है उसका अथॉरिटी लेटर या प्रवेश स्लिप.
-आयु, पता तथा फोटो पहचान पत्र आदि.
-यदि विदेश में एडमिशन लिया है तो पासपोर्ट या वीजा.
-पिता या अभिभावक का इंकम सर्टिफिकेट.
-अधिक लोन लेने पर पिता या अभिभावक की पिछले छह माह की सेलरी स्टेटमेंट की कॉपी या बैंक स्टेटमेंट अथवा उनकी संपाि के दस्तावेज.
-अभिाावक का पहचान पत्र इत्यादि.
सियोरिटी
उपरोत पात्रता तथा दस्तावेज पूर्ण होने के बाद प्रत्येक बैंक अपने द्वारा दिए जा रहे लोन की सियोरिटी गारंटी के रूप में मांगता है. यह गारंटी बैंक केवल प्रार्थी के लड रिलेशन (पिता, माता, बड़े भाई, सास-ससुर आदि) से ही स्वीकार करता है.
गारंटी के तौर पर बैंक अपने पास चल अथवा अचल संपाि का यौरा अथवा वेतन की डिटेल, आईटीआर आदि रखता है.
कुछ आधारभूत समानताएं
सरकारी तथा प्राइवेट बैंकों की कुछ आधारभूत समानताएं इस प्रकार हैं-
लोन लेने वाले अयर्थी को कोर्स समाप्त होने के एक साल बाद या जॉब लगने के छह महीने से निर्धारित किस्तों के आधार पर लोन वापस करना आवश्यक होगा, लेकिन लोन वापसी की अधिकतम सीमा सात वर्ष होगी.
-प्रार्थी को अपनी पूर्व शिक्षा के डॉयूमेंट्‌स, उनकी फोटो कॉपी और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की फोटो कॉपी बैंक में जमा करनी पड़ेगी.
सरकारी बैंकों के कुछ नियम एक जैसे हैं-
-चार लाख तक प्रार्थी को कोई सियोरिटी नहीं देनी पड़ेगी.
-चार लाख से अधिक लोन लेने पर पिता या अभिभावक की चल-अचल संपाि के दस्तावेज, जो लिए जा रहे लोन राशि के बराबर हों, जमा करवाने पड़ेंगे.
-प्रार्थी को चार लाख से ऊपर मार्जिन मनी जमा करवानी पड़ेगी. यह राशि भारत में प्रवेश लेने पर पांच तथा विदेश में प्रवेश लेने पर पंद्रह प्रतिशत तक होगी.
-वही बैंक आपको लोन देगा, जिसमें आपका अथवा आपके अभिभावक का खाता चल रहा हो या आप उस बैंक एरिया के निवासी हों.
-सभी बैंक पुस्तकों का खर्च, एडमिशन फीस, हॉस्टल खर्च, मैस का खर्च आदि के हिसाब से ही लोन जारी करते हैं.
-प्राइवेट बैंकों में आपको कम-से-कम लोन के लिए भी सियोरिटी उपलध करवानी होगी.
कुछ बैंकों के नियम व शर्तें भिन्न हैं, जो इस प्रकार से हैं:
क्. भारतीय स्टेट बैंकः बैंक प्रार्थी को टू-व्हीलर के लिए भी भ्० हजार रुपए तक की राशि प्रदान करता है.
ख्.यूनियन बैंक ऑफ इंडियाः बैंक लेपटॉप के लिए भी लोन राशि प्रदान करता है.
फ्.इंडियन बैंक व प्राइवेट बैंकः शिक्षा समाप्ति के म् महीने बाद या जॉब के तुरंत बाद (जो पहले हो)ऋण वसूलते हैं.
ब्.यूनियन बैंक ऑफ इंडियाः लोन की किसी भी राशि सीमा पर सियोरिटी अथवा मार्जिन मनी नहीं मांगता. भ्.आईसीआईसीआई बैंकः केवल प्रोफेशनल कोर्स पर ही लोन देता है.
म्.करूर वैश्य बैंकः जिनका खाता बैंक में कम-से-कम छह माह पुराना हो, बैंक उन्हीं को लोन देता है.
स्त्र.स्टेंडर्ड चार्टर्ड बैंकः यह बैंक एजुकेशन लोन नहीं देता

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