सोलन — विदेशों में रहने वाले भारतीय बच्चों के लिए अच्छी खबर है कि उनके अभिभावक अब 50 हजार की राशि डाकघर के जरिए भी भेज सकते हैं, जिसकी डिलीवरी महज दो दिनों के भीतर ही हो जाएगी। इस योजना के दायरे में 65 देशों को लाया गया है तथा 2500 यूएस डालर अधिकतम राशि भेज सकते हैं। हाल ही में भारतीय डाक विभाग ने इस तरह की योजना आरंभ की है। यह योजना देशभर में एमओ विदेश के नाम से शुरू हो चुकी है। बतातें चलें कि भारतीय डाक विभाग ने तीन विभिन्न नई योजनाएं इंस्टेंट मनीआर्डर, मनीआर्डर विदेश तथा लेजिस्टिक पोस्ट डाक सेवा देश में शुरू की हैं। यह योजना प्रदेश के लाखों व्यवसायियों व उद्योगपतियों सहित आम जनता के लिए भी कारगर साबित होंगी। भारतीय डाक विभाग द्वारा इंस्टेंट मनीआर्डर (आईएमओ) योजना शुरू की है, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति 50 हजार तक पैसा भारत में कहीं भी डाकघर के जरिए भेज सकता है। इस योजना में कमीशन भी अन्य डाक से कम लगती है तथा विश्वसनीय डाक होती है। योजना के तहत अगर आप पांच हजार का आईएमओ करवाना चाहते हैं, तो आपको कमीशन के रूप में महज 150 रुपए देने होंगे, जबकि इलेक्ट्रिक मनीआर्डर (ईएमओ) करवाने में इसी राशि पर 250 रुपए कमीशन जमा करवाना पड़ता है। मजे की बात है कि इस योजना के तहत पैसा कुछ ही क्षणों में गंतव्य तक पहुंच जाता है। इसके अतिरिक्त विभाग की अन्य दूसरी योजना मनीआर्डर विदेश (एमओ विदेश) शुरू की गई है, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति 65 देशों को पैसा भेज सकता है। यह योजना उन लोगों के लिए काफी लाभप्रद है, जिनके बच्चे विदेशों में पढ़ रहे हैं। यह योजना विभाग द्वारा शिमला, सोलन, परवाणू और बद्दी से अंबाला रूट पर शुरू की गई है। लोजिस्टिक पोस्ट सेवा बडे़ व्यापारियों के लिए एक वरदान साबित होगी। विभाग द्वारा लोजिस्टिक पोस्ट सेवा के लिए नई गाडि़यां भी खरीदी जा रही हैं, जिसके माध्यम से पोस्ट को जल्द से जल्द पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। डाकघर सोलन मंडल के अधीक्षक एसके सूद ने बताया कि ये तीनों योजनाएं अभी भारतीय डाक विभाग द्वारा नई शुरू की गई हैं। उन्होंने बताया कि तीनों योजनाओं को प्रदेश में शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं को मुख्य डाकघरों में जहां कम्प्यूटर हैं, वहीं शुरू किया गया है।
February 23rd, 2011
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