Nahan — अभी बरसात का दूर-दूर तक कोई निशान नहीं है, लेकिन जिला सिरमौर मंे उल्टी-दस्त के दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं। करीब 15 दिनों में जिला के विभिन्न क्षेत्रों में डायरिया से करीब तीन दर्जन से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं। शुक्रवार को जिला अस्पताल नाहन में उल्टी-दस्त से पीडि़त करीब 17 लोग उपचार के लिए आए, जिनमें से सात रोगी अस्पताल में भर्ती किए गए, जबकि बाकी रोगियांे को प्रथम उपचार के बाद घर भेज दिया। शुक्रवार को उल्टी-दस्त से ग्रसित जिला मुख्यालय नाहन के पूर्वी का बाग निवासी 58 वर्षीय मोहम्मद यामीन, रानीताल के 62 वर्षीय कृष्ण कुमार, पूर्वी मोहल्ला निवासी 65 वर्षीय इमामुद्दीन, जिला मुख्याल के ही शिमला रोड के रहने वाले 22 वर्षीय विलाल व कोटड़ी निवासी 37 वर्षीय सतिंद्र सिंह को अस्पताल मंे भर्ती किया गया। इसके अलावा शिलाई निवासी द्रोपती देवी 33, सुमित्रा देवी 40, नराती देवी 47, सुजाता 28, गोपाल सिंह 38, केश चौहान 40, अतुल कुमार 25, चमन लाल 42, दिशा देवी 38, विपुल 12, सुदेश कुमार 18 व रामभज्ज 28 आदि उल्टी-दस्त से पीडि़त रोगियों को उपचार के बाद घर भेज दिया। गौर हो कि करीब चार दिन पूर्व जिला के पांवटा विकास खंड के सतौन में उल्टी-दस्त के करीब 15 मामले प्रकाश मंे आए थे। इसके अलावा पांवटा विकास खंड के ही राजपुरा क्षेत्र मंे भी उल्टी-दस्त ने पांव पसारे हैं। जानकारों का कहना है कि उल्टी-दस्त का मुख्य कारण दूषित जल व शादी-ब्याह में बनने वाला अधपक्का भोजन है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एमके पाठक ने बताया कि उल्टी-दस्त से पीडि़त रोगियों का उचित उपचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को जिला अस्पताल मंे डायरिया के कुछ रोगी भर्ती हुए हैं। डा. पाठक ने बताया कि जिला मंे स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है तथा डायरिया से पीडि़त सभी रोगियों को अस्पताल से दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। डा. पाठक ने बताया कि सभी खंड स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि उल्टी-दस्त से ग्रसित रोगियों को अस्पताल से ही दवाइयां उपलब्ध करवाई जाएं।
May 7th, 2011
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