baddi — तंबाकू, गुटका व पान मसाला की पोलिथीन पैकिंग पर रोक लगने के बाद औद्योगिक क्षेत्र baddi में इन उत्पादों की मोटे तौर पर ब्लैक की जा रही है, जिसके चलते इन उत्पादों का प्रयोग करने वाले उपभोक्ताओं को अपने-अपने ब्रांड के लिए चार गुना कीमत अदा करनी पड़ रही है। हालांकि तंबाकू, गुटका व पान मसाला की नई पैकिंग बाजार में आने के बावजूद होल सेर्ल्ज व दुकानदार इन उत्पादों के बदले मोटे पैसे वसूल कर रहे हैं, जिसके चलते तंबाकू, गुटका व पान मसाला का प्रयोग करने वाले लोगों की जेब पर सरेआम डाका डाला जा रहा है। इतना की नहीं, लोगों को चार गुना कीमत अदा करने के बावजूद अपने-अपने ब्रांड की तलब को पूरा करने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। सरकार द्वारा पर्यावरण के दृष्टिगत पान-मसाला व गुटका उत्पादों की पोलिथीन पैकिंग पर रोक लगाने का पूरा लाभ इन उत्पादों को बेचने वाले होल सेल्रज व दुकानदार उठा रहे हैं, जिसके चलते इन उत्पादों का प्रयोग करने वाले उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है, जबकि इस सारे गोरखधंधे को अंजाम देने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। जानकारी के अनुसार इन उत्पादों के एवज में होल सेल्जरों द्वारा एक गुना अधिक दाम वसूले जा रहे हैं, लेकिन जब यह सब उत्पाद छोटे दुकानदारों तक पहुंच रहे हैं, तो छोटे दुकानदार इनके चार गुना वसूल रहे हैं। बाजार में उपलब्ध सभी प्रकार के गुटका, खैनी व पान मसाला उत्पादों के पिं्रट रेट से चार गुना अधिक रेट पर बिक रहे हैं। वहीं अपने-अपने ब्रांड की तलब को पूरा करने के लिए अमलियों को मजबूरन चौगुने दाम अदा करने पड़ रहे हैं। बहरहाल इन उत्पादों की मोटे तौर पर ब्लैक की जा रही है, जिसके चलते उपभोक्ताओं को अपने-अपने ब्रांड के लिए चार गुना कीमत अदा करनी पड़ रही है।
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