नाहन — बीते पांच वर्षों में जिला सिरमौर मंे औद्योगिक क्षेत्र में करीब 1100 करोड़ रुपए का पंूजी निवेश हुआ है। वर्ष 2007 से 31 मार्च 2010 तक औद्योगिक पैकेज के दौरान जिला सिरमौर में लघु, सुक्ष्म एवं मध्यम दर्जे के 448 उद्योग स्थापित हुए हैं, जबकि औद्योगिक पैकेज की अवधि समाप्त होने के बाद जिला में 105 नए उद्योगों ने दस्तक दी है। औद्योगिक पैकेज के बाद जिला में करीब 274.65 करोड़ रुपए का पंूजी निवेश हुआ है। वर्ष 2007 से 31 मार्च, 2011 तक जिला के पांवटा साहिब व कालाअंब मंे 1106.35 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश औद्योगिक क्षेत्र में हुआ है। गत पांच वर्षों के दौरान सिरमौर में कुल 553 बड़े, मध्यम, लघु एवं सुक्ष्म उद्योग स्थापित हुए हैं। गत पांच वर्षों में सबसे अधिक पंूजी निवेश औद्योगिक पैकेज की अवधि समाप्त होने के बाद वर्ष 2010-11 में हुआ। इस दौरान जिला में 105 उद्योगों ने करीब 274.65 करोड़ रुपए से अधिक का पूंजी निवेश किया है। जिला मंे सबसे अधिक औद्योगिक इकाइयां औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में स्थापित हुई हैं। पांच वर्षों मंे अकेले कालाअंब मंे तीन सौ से अधिक उद्योगों ने पंूजीनिवेश किया है। सिरमौर मंे जय भारत सरिया, एचएम स्टील, जेएचएस तथा रेनबैक्सी आदि बड़े उद्योगों ने दस्तक दी है, जबकि पीडीलाइट, ब्लू स्टार, यूनाइटेड बिस्कुट, मेनकाइंड, मैरिको तथा केस कोल्ड जैसे मध्यम दर्जे के उद्योगों ने कारखाने स्थापित किए हैं। जिला मंे सुक्ष्म एवं छोटे दर्जे के 520 उद्योग तथा 33 बड़े एवं मध्यम दर्जे के उद्योग स्थापित हुए हैं। जिला के औद्योगिक क्षेत्रों कालाअंब व पांवटा साहिब में वर्ष 2006-07 में छोटे एवं सुक्ष्म दर्जे के सौ उद्योगांें ने 80 करोड़ रुपए से अधिक का पूंजी निवेश किया है। वर्ष 2007-08 में जिला में सुक्ष्म एवं लघु दर्जे के 95 उद्योगों ने 111.36 करोड़ रुपए तथा मध्यम एवं बड़े छह उद्योगों ने 72.59 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश किया है। वर्ष 2008-09 में जिला में 110 लघु एवं सुक्ष्म उद्योगों ने 122.83 करोड़ तथा बड़े एवं मध्यम दर्जे के सात उद्योगों ने 193.74 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश किया है। वर्ष 2009-10 में जिला मंे सबसे अधिक लघु एवं मध्यम दर्जे के 115 उद्योग पंजीकृत हुए हैं, जो पांच वर्षों मंे सबसे ज्यादा हैं। डा. शर्मा ने बताया कि जिला मंे कोई भी औद्योगिक क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां पर उद्योग स्थापित नहीं हुए हैं, बल्कि अब भी जिला में उद्योगों के लिए विभाग भूमि की तलाश कर रहा है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक पैकेज खत्म होने के बाद भी औद्योगिक घरानों का जिला सिरमौर की ओर रुझान बढ़ा है।
May 8th, 2011
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