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Sunday, 27 February 2011

मल्टीविटामिन दवाई में रंगों की मिलावट

सोलन — कई न्यूट्रासीटीकल उद्योग स्वास्थ्य विभाग के निशाने पर हंै। विभाग के औचक निरीक्षण में कई हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच के दौरान पाया गया है कि अधिकतर उद्योग मल्टीविटामिन की दवाइयों में ऐसे रंगों का प्रयोग कर रहे हैं, जो फूड एक्ट के तहत गैर कानूनी माने जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे ही कुछ उद्योगों से सात सैंपल भी भरे गए हंै, जिन्हें जांच के लिए सीटीएल लैब कंडाघाट भेजा गया है। पहली बार की गई इस कार्रवाई से न्यूट्रासीटीकल उद्योगों में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार सोलन व सिरमौर जिला में न्यूट्रासीटीकल के करीब 200 से अधिक उद्योग हैं। यह उद्योग मल्टीविटामिन, सीरप तथा पाउडर आदि बनाने के काम करते हैं। उद्योगों द्वारा तैयार किए जा रहे यह सभी प्रोडेक्ट फूड सप्लीमेंट की श्रेणी में आते हंै। हालांकि कई वर्षों से अधिकतर उद्योग फूड सप्लीमेंट में ऐसे रंगों  का इस्तेमाल कर रहे हंै, जो की फूड एक्ट के खिलाफ हैं। फूड एक्ट के अनुसार मल्टीविटामिन के कैप्सूल, सीरप व पाउडर में किसी भी प्रकार के रंगों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, लेकिन रंगों पर फूड सप्लीमेंट काफी समय से बाजार में बिक रहे हैं। विभाग द्वारा इन उद्योगों के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी कर ली गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोलन व आसपास के क्षेत्रों में स्थित कुछ न्यूट्रासिटीकल उद्योगों का औचक निरीक्षण किया गया है। निरीक्षण में पाया गया है कि अधिकतर उद्योग मल्टीविटामिन के सीरप में रंगों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी प्रकार कैप्सूल व पाउडर में भी रंगों का इस्तेमाल हो रहा है। रंगों का इस्तेमाल करने वाले कुछ न्यूट्रासीटीकल उद्योगों से विभाग द्वारा सात सैंपल भरे गए हैं। अधिकतर सैंपल सीरप के बताए जा रहे हैं। रंगों का सबसे अधिक प्रयोग सीरप में ही किया जा रहा है। फिलहाल इन सैंपल को जांच के लिए सीटीएल कंडाघाट भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद विभाग अगली कार्रवाई करेगा, लेकिन इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की नजर अब उन तमाम न्यूट्रासीटीकल उद्योगों पर भी रहेगी जो मल्टीविटामिन की दवाइयों में रंगों का इस्तेमाल कर रहे हैं। विभाग ने सोलन जिला के बद्दी, परवाणू व नालागढ़ में जांच अभियान चलाया  है, जबकि इसके बाद सिरमौर जिला के कालाअंब व पांवटा साहिब में स्थित न्यूट्रासीटीकल उद्योगों की जांच की जाएगी।  स्वास्थ्य विभाग के खाद्य निरीक्षक  सतीश शर्मा का कहना है कि जो न्यूट्रासीटीकल उद्योग मल्टीविटामिन की दवाइयों में रंगों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
February 28th, 2011

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