नालागढ़ — स्थानीय उद्योगपति के बैंक खाते से नेट बैंकिंग के जरिए करीब 21 हजार रुपए उड़ाने वालों का पुलिस आज दिन तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। नेट बैंकिंग के जरिए लोगों की गाढ़ी कमाई लुटने में लगे हैकरों के बारे में भुगतभोगी पुलिस को काफी जानकारी भी मुहैया करा चुका है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस प्रशासन हरकत में नहीं आ रहा। यहां उल्लेखनीय है कि औद्योगिक कस्बा नालागढ़ के तहत ब्राह्मणमाजरा स्थित अल्ट्रा प्योर टेक्नोलाजी एंड एंप्लायसेंस इंडिया उद्योग के कमलेश प्रसाद शुक्ला ने तीन मार्च, 2011 को नालागढ़ थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके पंजाब नेशनल बैंक के खाते से नेट बैंकिंग के जरिए 21 हजार 300 रुपए निकाल लिए गए। पुलिस ने उस दौरान मामला दर्ज करते हुए जांच का जिम्मा एएसपी नालागढ़ को सौंप दिया, लेकिन मामला दर्ज होने के बाद एएसपी अवकाश पर चली गई और बाद में उनका तबादला हो गया। पुलिस की इस सुस्ती के कारण यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया। भुगतभोगी कमलेश प्रसाद शुक्ला ने अपने स्तर पर पंजाब नेशनल बैंक की क्राइम ब्रांच से इस ट्रांजेक्शन की जानकारी मांगी, जिन्होंने कमलेश को सारी जानकारी मुहैया करवा दी, जिसमें सामने आया कि उसके खाते से वोडाफोन के पांच मोबाइल नंबरों पर रिचार्ज करवाया गया है और यह नंबर दिल्ली के हैं। हैकरों की कारगुजारी से हजारों का नुकसान झेलने वाले कमलेश ने अब एएसपी बद्दी को पत्र लिखकर मामले की गहनता से जांच कर आरोपियों को जल्द गिरफ्त में लेने की मांग की है, ताकि हैकरों के कारनामों से ओर लोगों को लुटने से बचाया जा सके। कमलेश ने बताया कि उसे बैंक से जो भी जानकारी या सूचना हैकर के बाबत मिली है, पुलिस को मुहैया करवा दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बद्दी गुरदेव शर्मा ने बताया कि पुलिस इस मामले की गहनता से पड़ताल कर रही है। काफी महत्त्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है, जल्द आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। बहरहाल स्थानीय उद्योगपति के बैंक खाते से नेट बैंकिंग के जरिए करीब 21 हजार रुपए उड़ाने वालों का पुलिस आज दिन तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है।
April 20th, 2011
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